Jane Street Ban से क्यों गिरी Indian Market? जानिए BSE का इतिहास और Impact | सरल भाषा में
4 जुलाई 2025 को, जब भारत के शेयर बाजार में हलचल मची, तो इसके पीछे एक मुख्य कारण था – SEBI द्वारा Jane Street को बैन करना। अब सवाल उठता है कि Jane Street कौन है, उन्होंने ऐसा क्या कर दिया कि BSE और NSE दोनों नीचे लुढ़क गए?
Jane Street क्या है और इंडिया में कब से काम कर रही थी?
Jane Street एक ग्लोबल ट्रेडिंग फर्म है जो दुनियाभर के फाइनेंशियल मार्केट में हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग और आर्बिट्राज रणनीतियों के लिए जानी जाती है। Jane Street अमेरिका की एक फर्म है लेकिन भारत में उन्होंने 2017-18 के आसपास आकर काम शुरू किया, खासकर NSE और BSE में डेरिवेटिव्स और ऑप्शंस ट्रेडिंग में एक्टिव रही।
Jane Street पर SEBI ने बैन क्यों लगाया?
SEBI ने यह पाया कि Jane Street और उसकी सहयोगी फर्मों ने Mark-to-Market Manipulation किया यानी अपने फायदे के लिए डेटा और कीमतों के साथ छेड़छाड़ की। साथ ही कुछ Illiquid Options में धोखाधड़ी वाले सौदे भी किए, जिससे सामान्य निवेशकों को नुकसान हुआ। SEBI ने Jane Street पर ₹4,843 करोड़ का रिफंड भरने का आदेश दिया और मार्केट से बाहर कर दिया।
Indian Market क्यूँ गिरा?
- Jane Street जैसे बड़े खिलाड़ी के बैन होने से निवेशकों का भरोसा डगमगाया।
- फॉरेन इन्वेस्टर्स (FII) ने भारी बिकवाली शुरू की।
- Sensex में 300 अंकों की गिरावट आई, और मेटल, फाइनेंस सेक्टर में सबसे ज्यादा असर दिखा।
BSE क्या है और इसकी शुरुआत कैसे हुई?
BSE – Bombay Stock Exchange की स्थापना 1875 में हुई थी। यह एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है। इसका हेडक्वार्टर मुंबई के दलाल स्ट्रीट में स्थित है।
📌 BSE का IPO कब आया था?
- IPO Date: January 2017
- Issue Price: ₹805 प्रति शेयर
- Listing Price: ₹1,085 (लगभग 34% का प्रीमियम)
📉 4 जुलाई 2025 को BSE स्टॉक परफॉर्मेंस:
- Open Price: ₹2778
- High: ₹2778
- Low: ₹2613.10
- Previous Close: ₹2820
- Fall Percentage: करीब 7.33%
Jane Street Case से BSE पर क्यों असर पड़ा?
BSE और NSE दोनों पर Jane Street ने ट्रेडिंग की थी। जब SEBI ने इन्हें ब्लैकलिस्ट किया, तो कई इंवेस्टर्स को डर लग गया कि शायद मार्केट में और भी गड़बड़ियाँ होंगी। इसी डर से panic selling शुरू हो गई और बाजार गिर गया।
क्या Jane Street अकेले मार्केट को Manipulate कर सकती है?
जी हाँ, Jane Street जैसी फर्मों के पास High-Speed Trading Algorithms होते हैं। वे माइक्रोसेकंड्स में खरीद-बिक्री कर सकती हैं और छोटे-छोटे प्राइस मूवमेंट का फायदा उठाकर बड़ी मात्रा में पैसा बना सकती हैं। यही तरीका अगर गलत तरीके से इस्तेमाल हो, तो मार्केट क्रैश कर सकता है।
📖 Bonus: अन्य जरूरी पढ़ने लायक ब्लॉग्स
- Stock Market के 40 Golden Secrets – हर Trader के लिए अनमोल खजाना (Free eBook)
- NSE IPO 2025: बड़ी खबर, शेयर की कीमत ₹2400 पहुंची!
- Defence Deals’ के अंदर की बात – ये Stocks क्यों बने हैं Multibagger?
- Stock Market का सबसे बड़ा झटका: संजीव भसीन पर SEBI का एक्शन
निष्कर्ष (Conclusion)
Jane Street पर बैन का असर केवल एक फर्म पर नहीं पड़ा, बल्कि पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े हो गए। SEBI का यह सख्त कदम भारतीय बाजार को साफ और सुरक्षित बनाने की दिशा में बड़ा संकेत है। अगर आप ट्रेडिंग करते हैं तो ऐसे घटनाओं पर नजर रखना बेहद जरूरी है।
📢 सुझाव: अपने पैसों को ऐसे फंड्स या शेयरों में लगाएं जो मजबूत फंडामेंटल और क्लियर रेगुलेटरी ट्रैक रिकॉर्ड रखते हों।
आशा है कि आपको ये जानकारी पसंद आई होगी। ऐसी ही सच्ची और सरल जानकारी के लिए जुड़े रहिए Stock Biz के साथ।