भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की घोषणा के बाद भारत के डिफेंस सेक्टर में ज़बरदस्त हलचल देखने को मिली है।
देश में आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया जैसे अभियानों के कारण डिफेंस स्टॉक्स में निवेशकों की दिलचस्पी तेज़ी से बढ़ी है। आइए जानते हैं किस स्टॉक ने कितना रिटर्न दिया और इसके पीछे के मुख्य कारण क्या हैं।
डिफेंस स्टॉक्स जिनमें शानदार तेजी देखने को मिली




- Paras Defence
- 7 अप्रैल 2025 को इसका ओपन प्राइस ₹821.80 था।
- 14 मई 2025 को इसने ₹1548.80 का हाई बनाया।
- यानी करीब 88% का रिटर्न सिर्फ 5 हफ्तों में।
- GRSE (Garden Reach Shipbuilders & Engineers)
- 7 अप्रैल को ₹1420.10 पर ट्रेड कर रहा था।
- 14 मई को हाई प्राइस ₹2264.90 तक गया।
- कुल करीब 59% का उछाल।
- MIDHANI (Mishra Dhatu Nigam Ltd)
- ओपन प्राइस था ₹233.30 और हाई बना ₹400।
- यानी करीब 71% का रिटर्न।
- BDL (Bharat Dynamics Limited)
- 7 अप्रैल को ₹257 पर था,
- 14 मई को हाई ₹346 का बना।
- कुल 34% की तेजी।
- Data Patterns
- ओपन प्राइस ₹1392.25 और हाई ₹2640।
- यानि करीब 89% का रिटर्न मिला।
- DCX Systems
- 7 अप्रैल को प्राइस ₹200.10 था,
- 14 मई को ₹331 का हाई बनाया।
- यानी 65% का शानदार उछाल।
- Krishna Defence
- ओपन प्राइस ₹649 और हाई ₹951।
- लगभग 46% की तेजी।
- HAL (Hindustan Aeronautics Ltd)
- 7 अप्रैल को ₹3821 था,
- 14 मई को ₹4798 तक पहुंचा।
- 25% से ज़्यादा का रिटर्न।
- BEL (Bharat Electronics Ltd)
- ₹257 से बढ़कर ₹346 तक गया।
- लगभग 34% की ग्रोथ।
- Mazagon Dock
- 7 अप्रैल को ₹2221.05 पर था,
- 14 मई को हाई बना ₹2480।
- यानी करीब 11.65% का रिटर्न।
इतनी तेजी क्यों आई? जानिए 3 बड़े कारण
- ऑपरेशन सिंदूर का असर
- इस ऑपरेशन ने देश के सामरिक ताकत का प्रदर्शन किया और बाजार में डिफेंस कंपनियों पर विश्वास बढ़ा।
- सरकारी सपोर्ट और आत्मनिर्भर भारत
- सरकार का डिफेंस बजट बढ़ाना और विदेशी उपकरणों के बदले देशी कंपनियों से सप्लाई लेना, इस ग्रोथ का बड़ा कारण बना।
- निवेशकों की धारणा में बदलाव
- रिटेल और फंड हाउस दोनों ने डिफेंस सेक्टर में लंबी अवधि की ग्रोथ देखी और जमकर निवेश किया।
निवेशकों के लिए क्या संकेत हैं?
- डिफेंस स्टॉक्स में तेजी लॉन्ग टर्म दृष्टिकोण से फायदेमंद हो सकती है।
- लेकिन इतनी तेजी के बाद शॉर्ट टर्म में करेक्शन संभव है।
- निवेश से पहले कंपनी की बैलेंस शीट, ऑर्डर बुक, और डिफेंस टेंडर की जानकारी जरूर लें।
- हमेशा रिस्क मैनेजमेंट और डाइवर्सिफिकेशन का पालन करें।
निष्कर्ष
भारत का डिफेंस सेक्टर सिर्फ देश की रक्षा तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अब यह निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद और ग्रोथ-ओरिएंटेड सेक्टर बन चुका है।
ऑपरेशन सिंदूर ने जहां देश के शौर्य को दिखाया, वहीं डिफेंस कंपनियों ने शेयर बाजार में अपना दमखम दिखा दिया।
⚠️ Disclaimer:
यह लेख केवल शैक्षिक और सूचनात्मक उद्देश्य के लिए है। इसमें दी गई जानकारी किसी भी प्रकार की निवेश सलाह नहीं है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें। मार्केट में जोखिम बना रहता है।